रील की खुमार : समाज की बदलती दिशा और अश्लीलता का प्रभाव

महराजगंज जिले के घुघली थाना क्षेत्र में हाल ही की एक घटना ने समाज के सामने कई महत्वपूर्ण प्रश्न खड़े कर दिए हैं। एक युवती ने सड़कों पर रील बनाने के दौरान गाड़ियों को रोककर उनके बोनट पर चढ़कर डांस किया, जिससे घंटों यातायात बाधित रहा। इस दौरान न सिर्फ सार्वजनिक संपत्ति का अपमान किया गया, बल्कि उसने धूम्रपान जैसी सामाजिक बुराइयों को भी खुलेआम बढ़ावा दिया, जो कानूनन प्रतिबंधित है।

यह घटना आज के युवाओं में बढ़ते सोशल मीडिया के जुनून और उनके द्वारा सीमाओं के उल्लंघन का एक उदाहरण है। रील बनाने के इस खुमार ने न केवल यातायात को बाधित किया, बल्कि छोटे बच्चों और युवाओं पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला। खासतौर पर जब यह घटना स्कूल बसों के सामने अश्लील भोजपुरी गानों पर डांस के रूप में हुई, तो यह और भी चिंता का विषय बन जाता है।

भोजपुरी गानों और डांस का बच्चों पर प्रभाव

भोजपुरी संगीत उद्योग में अश्लीलता और हिंसा से भरे गानों का चलन तेजी से बढ़ा है। ये गाने न केवल संगीत के स्तर को गिरा रहे हैं, बल्कि समाज पर भी गहरा नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। बच्चों और युवाओं पर इस तरह के गानों का बुरा प्रभाव पड़ता है, जो उनके मानसिक और नैतिक विकास के लिए हानिकारक है। 

छोटे बच्चे और किशोर जो अपने व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के चरण में होते हैं, इस प्रकार की सामग्री को देखकर और सुनकर आसानी से गलत मार्ग पर जा सकते हैं। जब ये गाने सार्वजनिक स्थानों पर सुने जाते हैं और इस पर नाचते लोग देखे जाते हैं, तो इसका प्रभाव और भी गहरा होता है। ऐसी घटनाएं नैतिकता और समाज की दिशा को सवालों के घेरे में खड़ा करती हैं। 

समाज की दिशा और नैतिकता का सवाल

सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस दौर में युवा पीढ़ी का एक बड़ा वर्ग ध्यान आकर्षित करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। यह घटना बताती है कि समाज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहां मनोरंजन और ध्यान आकर्षण के लिए नैतिक मूल्यों और सामाजिक नियमों की अनदेखी की जा रही है। यह स्थिति चिंता का विषय है और हमें इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

समाज को अब यह सोचने की आवश्यकता है कि यह मनोरंजन और ध्यान आकर्षण का तरीका क्या सही दिशा में ले जा रहा है, और इसका भविष्य पर क्या असर होगा। हमें एक ऐसी पीढ़ी तैयार करनी है जो नैतिकता और सामाजिक उत्तरदायित्व को समझे, न कि सोशल मीडिया पर दिखावे के लिए गलत कदम उठाए।

महराजगंज की यह घटना केवल एक मामूली घटना नहीं है, बल्कि यह एक बड़े सामाजिक संकट का प्रतीक है। भोजपुरी के अश्लील गाने और सोशल मीडिया पर रील बनाने का बढ़ता ट्रेंड हमारे समाज और युवा पीढ़ी के नैतिक पतन की ओर इशारा कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि समाज जागरूक हो और ऐसे प्रवृत्तियों पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए। बच्चों और युवाओं को सही दिशा देने की जिम्मेदारी केवल अभिभावकों की ही नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की है।


Contact Us - +91-9453529007

Email ID - upsamacharplus@gmail.com