
जिलाधिकारी ने पीएचसी बागापार व चौक का किया औचक निरीक्षण, एक्सपायरी दवा मिलने पर फार्मासिस्ट पर गिरी गाज
- By UP Samachaar Plus --
- Monday 08 Sep, 2025
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महराजगंज। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने रविवार को पीएचसी चौक और पीएचसी बागापार में आयोजित आरोग्य मेले व स्वास्थ्य सेवाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई खामियां सामने आईं, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी।
चौक पीएचसी में 43 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई गईं। जिलाधिकारी ने स्वयं भी स्वास्थ्य एटीएम पर अपना बीपी जांचा। निरीक्षण के दौरान दवा स्टॉक में गड़बड़ी मिली। फरवरी 2025 में एक्सपायर हो चुकी डाईसाइक्लोमाइन सिरप अब भी स्टॉक में पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने फार्मासिस्ट रमेश को कड़ी फटकार लगाते हुए उनका वेतन वृद्धि रोकी और तत्काल प्रभाव से उन्हें पीएचसी फरेंदा स्थानांतरित कर दिया। वहीं एमओआईसी डॉ. राम स्वरूप को चेतावनी जारी करते हुए कार्यशैली में सुधार का निर्देश दिया।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सीएमओ को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता और एक्सपायरी की जांच कराए जाने व उसके बाद ही वितरण की प्रक्रिया सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने समस्त स्वास्थ्य केंद्रों की दवाओं का ऑडिट कराने का भी आदेश दिया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मरीजों से संवाद भी किया। ग्राम महेशपुर की तेतरा देवी, जो पेट दर्द के कारण भर्ती थीं, ने बताया कि इलाज मिलने के बाद उन्हें आराम मिला है।
वहीं, पीएचसी बागापार में 24 मरीजों का परीक्षण हुआ और दवाएं वितरित की गईं। लेकिन सीबीसी मशीन व हेल्थ एटीएम पिछले तीन वर्षों से बंद मिले। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए प्रभारी अधीक्षक की वेतन वृद्धि रोकने का निर्देश दिया और मशीनों को तत्काल चालू कराने के आदेश दिए। निरीक्षण में साफ-सफाई की स्थिति भी खराब मिली, जिस पर जिलाधिकारी ने असंतोष जताया और स्वास्थ्य केंद्र परिसर को स्वच्छ बनाए रखने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान पता चला कि केंद्र पर भर्ती दो महिलाओं – ग्राम बहेरवा की खुशबू व ग्राम केवलापूर की निशा – का प्रसव हुआ। केंद्र पर कुल 11 कर्मचारी कार्यरत पाए गए।
जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी कर्मचारी अथवा चिकित्सक द्वारा शिथिलता बरती गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करना सभी का कर्तव्य है।
निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ. श्रीकांत शुक्ला, डॉ. के.पी. सिंह, डॉ. आश्रय सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।