
ट्रामा सेंटर से निजी अस्पताल भेज मरीज की जान से खिलवाड़, दलालों की साठगांठ से 14,600 की वसूली का आरोप
- By UP Samachaar Plus --
- Sunday 01 Jun, 2025
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मुख्य संपादक - ओंकार नाथ वर्मा
UP Samachar Plus
महाराजगंज। जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में दलालों के बढ़ते प्रभाव ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यूरिन की समस्या को लेकर इलाज कराने आए एक मरीज को ट्रामा सेंटर में मौजूद दलालों ने बहला-फुसलाकर एक निजी अस्पताल भेज दिया, जहां इलाज के नाम पर 14,600 रुपये वसूल लिए गए।
मामला रियाजुद्दीन नामक व्यक्ति का है, जो पेशे से गाड़ी चलाता है और आर्थिक रूप से कमजोर है। उसे यूरिन की परेशानी थी और वह ट्रामा सेंटर पहुंचा था, लेकिन वहां दलालों ने उसे बेहतर इलाज का झांसा देकर एक निजी हॉस्पिटल भेज दिया।
आरोप है कि आरोग्य हॉस्पिटल में कैथेटर डालने के दौरान लापरवाही हुई, जिससे यूरिन की नस डैमेज हो गई और अधिक मात्रा में रक्तस्राव होने लगा। जब मरीज की हालत बिगड़ गई, तो अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को बताया कि ‘मांस बढ़ गया है’ और अब बड़ा ऑपरेशन गोरखपुर में ही संभव होगा। इसके बाद मरीज को एक अन्य निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, आरोग्य हॉस्पिटल में कोई योग्य डॉक्टर मौजूद नहीं है, फिर भी वहां इलाज के नाम पर मरीजों से भारी रकम वसूली जा रही है। यह पहली बार नहीं है जब इस अस्पताल पर लापरवाही और अवैध वसूली के आरोप लगे हों। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
रियाजुद्दीन की मां और पत्नी इस पूरे मामले की शिकायत करते हुए सीएमओ और जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर न्याय की मांग की है। फिलहाल एक अन्य निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद उसकी तबीयत में सुधार बताया जा रहा है।
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और ट्रामा सेंटर में सक्रिय दलालों की साठगांठ की पोल खोल दी है। स्थानीय लोगों ने इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अस्पताल संचालक ने मरीज के परिजनों के आरोपों को खारिज कर रहे हैं लेकिन अपने ही दिए बयान में फंसते नजर आए, यूरोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टर न होने के बावजूद मरीज को भर्ती करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। जब अस्पताल संचालक से सवाल किया गया किस इंस्टीटयूट से आप पढ़े हैं तो उनको इंस्टीटयूट का नाम तक याद नहीं था जो कहीं न कहीं और भी कई सवाल खड़े करते हैं।